आज इंटरनेट का नाम हम सब जानते है ये नाम अब हमारे लिए नाम ही नहीं रह गया है। आज ये हमारे जीवन का एक हिस्सा बन चुका है। इन्टरनेट से हमारा जीवन बहुत सरल हो गया है।
लकिन सवाल ये उठता है के इंटरनेट है क्या आईये जानते है।
1969 में ए.पी.आर.ए. (एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी ) ने संयुक्त राज्य अमेरिका के चार विश्वविद्यालों के कम्प्यूटरों की नेटवर्किंग करके इंटरनेट की शुरुआत की थी। इसका विकास शोध, शिक्षा और सरकारी संस्थाओ के लिए किया गया था।
इसका एक अन्य उद्देश्य आपात स्थिति में संपर्क स्थापित करना था। 1971 तक ए.पी.आर.ए ने लगभग 2 दर्जन कंप्यूटर जोड़ चूका था। 1972 में इलेक्ट्रॉनिक मेल अथवा ईमेल की शुरुआत हुई।
सामान्य शब्दों में सूचनाओ और दस्तावेजों के आदान-प्रदान के लिए टी सी पी /आई पी प्रोटोकॉल का उपयोग कर के बनाया गया नेटवर्क जो वर्ल्ड वाइड नेटवर्क के सिद्धांत पर कार्य करता है उसे इन्टरनेट कहते है!
टी सी पी का अर्थ है ट्रांस्मिस्अन कण्ट्रोल प्रोटोकॉल आई पी का अर्थ है इन्टरनेट प्रोटोकॉल।
इन्टरनेट कनेक्शन के प्रकार...
- एनालॉग डायल अप
- आई एस डी एन
- बी आई एस डी एन
- डी एस एल
- केबल
- वायरलेस इन्टरनेट कनेक्शन/ ब्रोड्बैंड
- टी 1 लाइन
- टी 3 लाइन
जिस तरह हर सिक्के के दो पहलु होते है उसी तरह इन्टरनेट के भी है! इसके कई फायदे और नुकसान भी है! अब ये निर्भर करता है इसका उपयोग करने वाले पर की वो अपने अंदर के इंसान को जगाता है या फिर शैतानको सबसे पहले हम इन्टरनेट से होने वाले फायदे के बारे में बात करते है।
इन्टरनेट से फायदे...
कमुनिकेशन - इन्टरनेट के द्वारा हम काफी दूर बैठे व्यक्ति से बिना किसी अतिरिक शुल्क के घंटो तक बात कर सकते है! सूचनाओ के आदान प्रदान के लिए इ-मेल कर सकते है।
जानकारी - किसी भी तरह की जानकारी हम सर्च इंजन के द्वारा कुछ पल में प्राप्त कर सकते है।
मनोरंजन - ये हमारी बोरियत खतम करने का सबसे अच्छा माध्यम बनकर उभरा है! संगीत प्रेमियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है, संगीत, गेम्स,फिल्म इत्यादि बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के डाऊनलोड कर सकते है।
सर्विसिंग – इन्टरनेट पर कई तरह की सुविधाए है जैसे कि आनलाइन बैंकिंग, नौकरी खोज,
रेलवे टिकट बुकिंग, होटल रिजर्वेशन इत्यादि सुविधायें घर बैठे मिल जाती है।
इ-कामर्स- ये सुविधा बिसिनेस डील और सूचनाओं के आदान-प्रदान से सम्बंधित है।
शोसल नेटवर्किंग साईट- आजकलइसका चलन बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है! सेलिब्रिटीस तक इसका अपनी बातों को सभी तक पहुचने के लिए जमकर उपयोग कर रहे है! इसके कई फायदे है! अलग अलग विचारों वाले दोस्त बनते है,जिनसे काफी कुछ सीखने को मिलता है! ये साईट काफी मात्रा में पठनीय सामग्री तक रखे हैं! आज ये अपनी बात दूसरों के सामने रखने का सबसे अच्छा साधन बन रहा है।
इन्टरनेट से नुक्सान:
व्यक्तिगत जानकारी की चोरी- व्यक्तिगत इन्फर्मेशन की चोरी के कई मामले सामने आये है जैसे की क्रेडिट कार्ड नम्बर,बैंक कार्ड नम्बर इत्यादि की चोरी! इसका उपयोग देश की सुरक्ष्हा व्यवस्था को भेदने के लिए भी किया जाता है।
स्पामिंग- ये अवांछनीय ई-मेल होती है जिनका मकसद गोपनीय दस्तावेजों की चोरी करना होता है।
वायरस- इनका उपयोग कंप्यूटर की कार्य प्रणाली को नुक्सान पहुचाने के लिए किया जाता है।
पोरोनोग्रफी- ये इन्टरनेट मे जहर की तरह है! जिसमे कई लोग समाते चले जाते है! इस तरह की साईट पर ढेरो अश्लील सामग्री रहती है,जिनको देखकर लोग बर्बादी की तरफ अग्रसर हो रहे है और इस तरह का व्यपार चलाने वाले अच्छी आमदनी कर रहे है! ये हमारे समाज में जहर की तरह घुल रहा है! बच्चे इसको देखकर बर्बाद हो रहेहै जिससे वो कई तरह के अपराध कर डालते है छोटी सी उम्र में ही जिसका परिणाम बेहद ही खतरनाक होता है! इसे रोकने के लिए सख्त नियम बनने चाहिए।
पाइरेसी-इससे काफी नुकसान हो रहा है आई.टी. जगत और फिल्म नगरी को! कोई भी सॉफ्टवेर या मूवी हो इस पर बिना कोई कीमत दिए मुफ्त में मिल जाता है, तो फिर कोई पैसे क्यों लगाये, ये तभी रुक सकता है जब सरकारें ऐसी वेबसाइटस पर ही पाबन्दी लगा दे अन्यथा ये कभी रुकने वाली नहीं है।
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